Waqtey Fursat (Female Version)

आ.
वादे मुद्दत के मुक़म्मल ये आरजू होगी x(2)
गुलों के साये होंगे और ज़िन्दगी रूबरू होंगे x(2)

आलम-इ-वस्ल में खामोश होंगे
लब्ब शिकायती
आलम-इ-वस्ल में खामोश होंगे
लब्ब शिकायती
आँखों आँखों में सारी
इश्क़ की गुफ़्तगू होगी
आँखों आँखों में सारी
इश्क़ की गुफ़्तगू होगी

वादे मुद्दत के मुक़म्मल ये आरजू होगी x(2)
गुलों के साये होंगे और ज़िन्दगी रूबरू होंगे x(2)

अता की ज़िन्दगी तोह
जीने के लम्हे भी देता
अता की ज़िन्दगी तोह
जीने के लम्हे भी देता
मिलेंगे जब भी मैं
रब से शिकायत हूबहू होगी
मिलेंगे जब भी हम
रब से शिकायत हूबहू होगी

वादे मुद्दत के मुक़म्मल ये आरजू होगी x(2)
गुलों के साये होंगे और ज़िन्दगी रूबरू होंगे x(2)

भले ता उम्र खुद से अजनबी सी मैं रही हूँ x(2)
मगर मुझको यकीन है चर्चा मेरी हूबहू होगी x(2)
वादे मुद्दत के मुक़म्मल ये आरजू होगी
गुलों के साये होंगे और ज़िन्दगी रूबरू होंगे x(2)



Credits
Writer(s): Krishna Bhardwaj, Biswajit Bhattacharjee
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