Dil Ki Parton Pe (From "Chinar Daastaan-E-Ishq")

दिल ना रोवे, दिल ना रोवे
(दिल ना रोवे, दिल ना रोवे)
(दिल ना रोवे, दिल ना रोवे)
(मेरी साँसों में, तेरी नस-नस में)
(दिल ना रोवे, दिल ना रोवे)

दिल की पर्तों पे छाले बड़े हैं
लफ़्ज़ों के पैरों में ताले पड़े हैं
खुशियाँ तो जैसे छिन सी गई हैं
ग़म से हमारे पाले पड़े हैं

आँखों से बहती बूँदें
बीते वो कल के निशाँ
भीगी क्यूँ पलकें बता?
ये जो हुआ, क्यूँ हुआ?

दिल की पर्तों पे छाले बड़े हैं
लफ़्ज़ों के पैरों में ताले पड़े हैं

हो, तेरे बिना है आधी-अधूरी सी ये ज़िन्दगी मेरी
(ये ज़िन्दगी मेरी)
हर एक लमहा खल रही है अब तो कमी तेरी
हो, दर्द की शिद्दतों का लमहा ऐसा
फ़लक से आगे जा चुकी है बेबसी

हो, दिल की पर्तों पे छाले बड़े हैं
लफ़्ज़ों के पैरों में ताले पड़े हैं
खुशियाँ तो जैसे छिन सी गई हैं
ग़म से हमारे पाले पड़े है

आँखों से बहती बूँदें
बीते वो कल के निशाँ
भीगी क्यूँ पलकें बता?
ये जो हुआ, क्यूँ हुआ?

मुझको भी ग़म है, तुझको भी ग़म है
दोनों ही क्यूँ हैं जुदा?
क़िस्मत में अपनी क्या लिखा है
कुछ भी नहीं है पता

नींदों ने तो आँखों से ले-ली रूह, साकी
चैन भी अब दिल से मेरे हो गया है खफ़ा

दिल की पर्तों पे छाले बड़े हैं
लफ़्ज़ों के पैरों में ताले पड़े हैं
खुशियाँ तो जैसे छिन सी गई हैं
ग़म से हमारे पाले पड़े हैं

आँखों से बहती बूँदें
बीते वो कल के निशाँ
भीगी क्यूँ पलकें बता?
ये जो हुआ, क्यूँ हुआ?
ये जो हुआ, क्यूँ हुआ?



Credits
Writer(s): Jamil Ahmed, Salim Sen
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