Hey Shiv Shankar Hey Karunakar

हे शिव शंकर, हे करुणाकर
सुनिए अरज हमारी
हे शिव शंकर, हे करुणाकर
सुनिए अरज हमारी

(हे शिव शंकर, हे करुणाकर)
(सुनिए अरज हमारी)
भव-सागर से पार उतारो
(भव-सागर से पार उतारो)

भव-सागर से पार उतारो
आए शरण तिहारी
(भव-सागर से पार उतारो)
(आए शरण तिहारी)

हे शिव शंकर, हे करुणाकर
सुनिए अरज हमारी
हे शिव शंकर, हे करुणाकर
(सुनिए अरज हमारी)
(हे शिव शंकर, हे करुणाकर)

चंद्र ललाट, भभूत रमाए
(चंद्र ललाट, भभूत रमाए)
चंद्र ललाट, भभूत रमाए
कटि बाघम्बरधारी

(चंद्र ललाट, भभूत रमाए)
(कटि बाघम्बरधारी)
कर में डमरु, गले भुजंगा
नंदी थारो द्वारे

(कर में डमरु, गले भुजंगा)
(नंदी थारो द्वारे)
कर में डमरु, गले भुजंगा
नंदी थारो द्वारे

हे गंगाहर, दरस दिखा दो
हे गंगाहर, दरस दिखा दो
हे भोले भंडारी
हे गंगाहर, दरस दिखा दो
हे भोले भंडारी

(हे शिव शंकर, हे करुणाकर)
(सुनिए अरज हमारी)
(भव-सागर से पार उतारो)
(आए शरण तिहारी)

(हे शिव शंकर, हे करुणाकर)
(सुनिए अरज हमारी)
(हे शिव शंकर, हे करुणाकर)

जनम-मरण के तुम हो स्वामी
(जनम-मरण के तुम हो स्वामी)
जनम-मरण के तुम हो स्वामी
हे शंकर, अविनाशी
(जनम-मरण के तुम हो स्वामी)
(हे शंकर, अविनाशी)

कण-कण में है रूप तुम्हारा
(कण-कण में है रूप तुम्हारा)
कण-कण में है रूप तुम्हारा
हे भोले, कैलाशी

चरण-शरण में आया जो भी
चरण-शरण में आया जो भी
रखियो लाज हमारी
चरण-शरण में आया जो भी
रखियो लाज हमारी

हे शिव शंकर, हे करुणाकर
सुनिए अरज हमारी
भव-सागर से पार उतारो
भव-सागर से पार उतारो
आए शरण तिहारी

हे शिव शंकर, हे करुणाकर
सुनिए अरज हमारी
भव-सागर से पार उतारो
आए शरण तिहारी

हे शिव शंकर, हे करुणाकर
सुनिए अरज हमारी
हे शिव शंकर, हे करुणाकर



Credits
Writer(s): Jagjit Singh Dhiman, Sunil Jogi
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link