Mohabbat Hui Hai

मोहब्बत हुई है सनम चोरी-चोरी
के हमने तो ली है क़सम चोरी-चोरी
(चोरी-चोरी, चोरी-चोरी)
(चोरी-चोरी, चोरी-चोरी)

मोहब्बत हुई है सनम चोरी-चोरी
के हमने तो ली है क़सम चोरी-चोरी
ज़माने को इसकी ख़बर भी ना होगी
के मिलते रहेंगे जो हम चोरी-चोरी

मोहब्बत हुई है सनम चोरी-चोरी
के हमने तो ली है क़सम चोरी-चोरी

आँखों से दिल की बातें करेंगे
अपनी ज़ुबाँ से कुछ ना कहेंगे
बेताबियों का, तनहाइयों का
ये दर्द दोनों मिलके सहेंगे

हमें चाहतों ने हँसी, ग़म दिए हैं
उठाएँगे हम भी ये ग़म चोरी-चोरी

मोहब्बत हुई है सनम चोरी-चोरी
के हमने तो ली है क़सम चोरी-चोरी

देखा तुम्हें जो, जान-ए-तमन्ना
शायद बने हम पहली नज़र में
हमने रखा है तुमको छुपा के
इन धड़कनों में, पलकों के घर में

तुम्हारे सिवा ना कहीं चैन आए
किया तुमने हमपे सितम चोरी-चोरी

Hmm, मोहब्बत हुई है सनम चोरी-चोरी
के हमने तो ली है क़सम चोरी-चोरी
ज़माने को इसकी ख़बर भी ना होगी
के मिलते रहेंगे जो हम चोरी-चोरी

हाँ, मोहब्बत हुई है सनम चोरी-चोरी (चोरी-चोरी, चोरी-चोरी, चोरी-चोरी, चोरी-चोरी)
के हमने तो ली है क़सम चोरी-चोरी (चोरी-चोरी, चोरी-चोरी, चोरी-चोरी, चोरी-चोरी)



Credits
Writer(s): Sameer
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