Ik Baar Kehdo

इक बार कह दो, तुमको क़सम है
ये चेहरा क्यूँ उतरा? क्यूँ आँख नम है?
क्या ग़म है तुम को? कुछ तो बताओ
मेरी जाँ, हो

इक बार कह दो, तुमको क़सम है
ये चेहरा क्यूँ उतरा? क्यूँ आँख नम है?
क्या ग़म है तुम को? कुछ तो बताओ
मेरी जाँ, हो
इक बार कह दो, तुमको क़सम है

ये पल, ये लम्हे हँस के गुज़ारें
आ जाओ, मिल के सपने सँवारें
दे दो मुझे तुम हाथों में हाथ
मैं चाहती हूँ तुम्हारा ही साथ

जो हो गया है, वो भूल जाओ
चुप रह के ऐसे दिल ना जलाओ
क्या ग़म है तुम को? कुछ तो बताओ
मेरी जाँ, हो
इक बार कह दो, तुमको क़सम है

दे दो मुझे तुम कुछ तो इशारा
ये हाल आख़िर क्यूँ है तुम्हारा?
तुमसे बंधी है इस दिल की आस
ऐसे मैं देखूँ तुम्हें क्यूँ उदास?

मुझसे तो कुछ भी तुम ना छुपाओ
बेताब दिल है, बाँहों में आओ
क्या ग़म है तुमको? कुछ तो बताओ
मेरी जाँ, हो

इक बार कह दो, तुमको क़सम है
ये चेहरा क्यूँ उतरा? क्यूँ आँख नम है?
क्या ग़म है तुम को? कुछ तो बताओ
मेरी जाँ, हो
इक बार कह दो, तुमको क़सम है



Credits
Writer(s): Nikhil-vinay, Lalit Sen, Faaiz Anwar
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