Nigah Jab Se Teri

निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई
निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई
बचती है ज़माने से
बचती है ज़माने से, समझदार हो गई
(निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई)
निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई

अटक के रह गया दिल...
अटक के रह गया दिल किसी की निगाह में
(अटक के रह गया दिल किसी की, किसी की निगाह में)
अटक के रह गया दिल किसी की निगाह में

निगाह किसी की दिल के पार हो गई
निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई
निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई

देखो तो ये नसीब, कितने हैं वो क़रीब
(देखो तो ये नसीब, ये नसीब, कितने हैं वो क़रीब)
देखो तो ये नसीब, कितने हैं वो क़रीब

वो सामने हैं, या-रब, हया दीवार हो गई
(निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई)
निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई

कहते हैं यूँ तो वो भी, "तुम सा नहीं है कोई"
(कहते हैं यूँ तो वो भी, "तुम सा, तुम सा नहीं है कोई")
कहते हैं यूँ तो वो भी, "तुम सा नहीं है कोई"

हम मुंतज़िर हैं उनके, राह हमवार हो गई
(निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई)
निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई

बचती है ज़माने से
बचती है ज़माने से, समझदार हो गई
निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई
निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई

बचती है ज़माने से
बचती है ज़माने से, समझदार हो गई
(निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई)
निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई
निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई
निगाह जब से तेरी तलबगार हो गई



Credits
Writer(s): R. K. Majboor, Desai Kishore Kumar
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