Aankhon Ke Aage Peechhe

आँखों के आगे-पीछे
आँखों के आगे-पीछे, पलकों के ऊपर-निचे
कितने ही तूफ़ान थे दिल के अंदर
मैंने किये पर सात समंदर
मैंने किये पर सात समंदर
आँखों के आगे-पीछे, पलकों के ऊपर-निचे
कितने ही तूफ़ान थे दिल के अंदर
मैंने किये पर सात समंदर
मैंने किये पर सात समंदर

एक तो शबाब आया, मौसम ख़राब आ गया
एक तो शबाब आया, मौसम ख़राब आ गया
उसपे क़यामत है दिल ये जनाब आ गया
मचले यूँ अरमाँ, मचले यूँ अरमाँ, मचले यूँ अरमाँ
मचले यूँ अरमान इस दिल के अंदर
मैंने किये पर सात समंदर
मैंने किये पर सात समंदर

दिल डगमगा न जाये, दम लड़खड़ा ना जाये
दिल डगमगा न जाये, दम लड़खड़ा ना जाये
बातों-बातों में कहीं होठों पे आ ना जाये
है जो दास्ताँ, है जो दास्ताँ, है जो दास्ताँ
है जो दास्तान इस दिल के अंदर
मैंने किये पर सात समंदर
मैंने किये पर सात समंदर

आँखों के आगे-पीछे, पलकों के ऊपर-निचे
कितने ही तूफ़ान थे दिल के अंदर
मैंने किये पर सात समंदर
मैंने किये पर सात समंदर



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Pyarelal Ramprasad Sharma, Laxmikant Shantaram Kudalkar
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