Zindagi

पल में समझती है
पल में बदलती है तू, ज़िंदगी
पल में हँसाकर
फिर पल में रुलाती है क्यूँ, ज़िंदगी?

रोशनी तू कभी, है कभी तू खुशी
ज़िंदगी आँसुओं की लहर क्यूँ कभी?

पल में समझती है
पल में बदलती है तू, ज़िंदगी
पल में हँसाकर
फिर पल में रुलाती है क्यूँ, ज़िंदगी?

उससे तू मिलाए
जिसके बिन रहा ना जाए, ज़िंदगी
उससे तू मिलाए
प्यार करना तू सिखाए, ज़िंदगी

उससे तू मिलाए जिसके बिन रहा ना जाए
उससे तू मिलाए, प्यार करना तू सिखाए
फिर उसी प्यार को तू चुराए
फिर अकेला हमें छोड़ जाए, ज़िंदगी

पल में समझती है
पल में बदलती है तू, ज़िंदगी

सपने तू दिखाए
उनको सच भी तू बनाए, ज़िंदगी
फिर तोड़े वही सपने
सब कुछ तू छीन जाए, ज़िंदगी

सपने तू दिखाए, उनको सच भी तू बनाए
तोड़े वही सपने, सब कुछ तू छीन जाए
तेरे दर्पन में अब ना जियूँ
अपनी क़िस्मत मैं अब खुद लिखूँ
फिर भी संग तेरे अब मैं चलूँ, ज़िंदगी

पल में समझती है
पल में बदलती है तू, ज़िंदगी
पल में हँसाकर
फिर पल में रुलाती है क्यूँ, ज़िंदगी?

रोशनी तू कभी, है कभी तू खुशी
ज़िंदगी आँसुओं की लहर क्यूँ कभी?

पल में समझती है
पल में बदलती है तू, ज़िंदगी
पल में हँसाकर
फिर पल में रुलाती है क्यूँ?



Credits
Writer(s): Anushka Manchanda
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link