Laga Usse Tu Madadgar Hai (From "Ban Phool")

लगा उससे लौ तू, मददगार है वो

लगा उससे लौ तू, मददगार है वो
लगा उससे लौ तू, मददगार है वो
लगा उससे लौ तू

तू बन उसका बंदा कि ग़म-ख़्वार है वो
लगा उससे लौ तू
तू बन उसका बंदा कि ग़म-ख़्वार है वो
लगा उससे लौ तू

सितमगार जिस पर ना ये ज़ुल्म ढाए
जो सख़्ती के आगे ना सर को झुकाए
सितमगार जिस पर ना ये ज़ुल्म ढाए
जो सख़्ती के आगे ना सर को झुकाए

नादार होकर भी ख़ुद-दार है जो
नादार होकर भी ख़ुद-दार है जो
वो बंदा है उसका, तलबगार है वो
लगा उससे लौ तू

हाँ, गनी और मुफ़लिस पे वाहिद की नज़र है
कि नेकी-बदी के मुसाबिक़ अजर हैं

वो समझेगा उसे, गुनहगार है जो
वो समझेगा उसे, गुनहगार है जो
अदल उसकी ख़ू है कि जब्बार है वो
लगा उससे लौ तू, मददगार है वो
लगा उससे लौ तू



Credits
Writer(s): Dhirendrachandra Mitra, Fayaz Hashmi
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