Thandi Hawa Sun

ठंडी हवा सुन, काली घटा सुन
ठंडी हवा सुन, काली घटा सुन
किसी ने ना कहना

पिंजरे को तोड़ के उड़ गई मैना
पिंजरे को तोड़ के उड़ गई मैना

ठंडी हवा सुन, काली घटा सुन
ठंडी हवा सुन, काली घटा सुन
किसी ने ना कहना

पिंजरे को तोड़ के उड़ गई मैना
पिंजरे को तोड़ के उड़ गई मैना, हाँ

बचपन गया, कब आई जवानी
मुझ को क़सम, मैं ये भी ना जानी
बचपन गया, कब आई जवानी
मुझ को क़सम, मैं ये भी ना जानी

कितने बरस बीते यूँ बस
कितने बरस बीते यूँ बस
आँखों में नींदिया, ना दिल में चैनाँ

पिंजरे को...
पिंजरे को तोड़ के उड़ गई मैना
पिंजरे को तोड़ के उड़ गई मैना

हैरान होने की ये घड़ी है
जाने ये दुनिया कितनी बड़ी है
हैरान होने की ये घड़ी है
जाने ये दुनिया कितनी बड़ी है

तौबा मेरी, मैं डर गई
तौबा मेरी, मैं डर गई
घबरा के मैंने मींच लिए नैना

पिंजरे को...
पिंजरे को तोड़ के उड़ गई मैना
पिंजरे को तोड़ के उड़ गई मैना

अनजान रस्ते, मैं हूँ अकेली
बन जा पवन तू मेरी सहेली
अनजान रस्ते, मैं हूँ अकेली
बन जा पवन तू मेरी सहेली

लंबा सफ़र, लगता है डर
लंबा सफ़र, लगता है डर
लंबे सफ़र में साथ मेरे रहना

पिंजरे को...
पिंजरे को तोड़ के उड़ गई मैना
पिंजरे को तोड़ के उड़ गई मैना

ठंडी हवा सुन, काली घटा सुन
ठंडी हवा सुन, काली घटा सुन
किसी ने ना कहना

पिंजरे को तोड़ के उड़ गई मैना
पिंजरे को तोड़ के उड़ गई मैना, हाँ



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Milind Shrivastav, Anand Shrivastav
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