Do Qadam Tum Bhi Chalo - From "Ek Hasina Do Diwane"

दो क़दम तुम भी चलो
दो क़दम हम भी चले
दो क़दम तुम भी चलो
दो क़दम हम भी चले
दो क़दम तुम भी चलो
दो क़दम हम भी चले
मंज़िलें प्यार की
मंज़िलें फिर प्यार की
आएंगी चलते चलते
दो क़दम तुम भी चलो
दो क़दम हम भी चले

कल तक तो अनजान थीं
हमसे राहें प्यार की
लेकिन अपनी हो गयीं
अब तो बांहें प्यार की
अब तो बांहें प्यार की
अब हमें ये जहां
अब हमें तो ये जहां
देखेगा जलते जलते
दो क़दम तुम भी चलो
दो क़दम हम भी चले
दो क़दम तुम भी चलो
दो क़दम हम भी चले

मेरी जो भी सोच थी
उसका ही तुम रूप हो
मैं हुँ नदिया तुम घटा
मैं छाया तुम धुप हो
प्यार ये हो जवाँ
प्यार अब ये हो जवाँ
आँखों में पलते पलते
दो क़दम तुम भी चलो
दो क़दम हम भी चले
दो क़दम तुम भी चलो
दो क़दम हम भी चले

ऐसी ही इक शाम थी
देखा था जब आपको
तुम इस ढलती शाम
को रोको तो कुछ बात हो
जान से जायेंगे
जान से हम जायेंगे
शाम के ढलते ढलते
दो क़दम तुम भी चलो
दो क़दम हम भी चले
मंज़िलें प्यार की
मंज़िलें फिर प्यार की
आएंगी चलते चलते
दो क़दम तुम भी चलो
दो क़दम हम भी चले



Credits
Writer(s): Kafeel Aazar, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah
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