Aaj Hum Bichade Hai

आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए
आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए
मेरी आँखें सुर्ख़, तेरे हाथ पीले हो गए
आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए

कब की पत्थर हो चुकी थी, मुंतज़िर आँखें मगर
कब की पत्थर हो चुकी थी, मुंतज़िर आँखें मगर
छू के जब देखा तो मेरे हाथ गीले हो गए
छू के जब देखा तो मेरे हाथ गीले हो गए
आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए

जाने क्या एहसास साज़-ए-हुस्न के तारों में है
जाने क्या एहसास साज़-ए-हुस्न के तारों में है
जिनको छूते ही मेरे नग़मे रसीले हो गए
जिनको छूते ही मेरे नग़मे रसीले हो गए
आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए

अब कोई उम्मीद है 'शाहिद', न कोई आरज़ू
अब कोई उम्मीद है 'शाहिद', न कोई आरज़ू
आसरे टूटे तो जीने के वसीले हो गए
आसरे टूटे तो जीने के वसीले हो गए
आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए
मेरी आँखें सुर्ख़, तेरे हाथ पीले हो गए
आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए
हममम हममम हममम हमममहममम
हममम हममम हममम हमममहममम



Credits
Writer(s): Jagjit Singh, Sahid Kabir
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link