Tukda Tukda

टुकड़ा-टुकड़ा टूट जाने की ख़्वाहिश है
शायद मेरे प्यार की ये आज़माइश है
टुकड़ा-टुकड़ा टूट जाने की ख़्वाहिश है
शायद मेरे प्यार की ये आज़माइश है

दिल सीने से उड़ गया, जा के तुझसे जुड़ गया
तुझसे शुरू है, तुझ पे ख़तम हो मेरी ये दास्ताँ

टुकड़ा-टुकड़ा टूट जाने की ख़्वाहिश है
शायद मेरे प्यार की ये आज़माइश है

ये दिल बोले कि अब ना मिले तुझसे छुटकारा
है मुझमें नशा ऐसा चढ़ा, चढ़ता ज्यों पारा
था मन मेरा, ये तन मेरा अब तक बंजारा
कि तेरी ही बाँहों में मैंने सब है वारा

दिल सीने से उड़ गया, जा के तुझसे जुड़ गया
तुझसे शुरू है, तुझ पे ख़तम हो मेरी ये दास्ताँ

टुकड़ा-टुकड़ा टूट जाने की ख़्वाहिश है
शायद मेरे प्यार की ये आज़माइश है

बदलने लगी हैं साँसें मेरी अब अंगारों में
कि तुझसे ही सजने लगी मैं सिंगारों में
लो डूब रही हूँ मैं सपनों की मझधारों में
कि रात-दिन हैं मेरे अब गुलज़ारों में

दिल सीने से उड़ गया, जा के तुझसे जुड़ गया
तुझसे शुरू है, तुझ पे ख़तम हो मेरी ये दास्ताँ

टुकड़ा-टुकड़ा टूट जाने की ख़्वाहिश है
शायद मेरे प्यार की ये आज़माइश है
टुकड़ा-टुकड़ा टूट जाने की ख़्वाहिश है
शायद मेरे प्यार की ये आज़माइश है

टुकड़ा-टुकड़ा टूट जाने की ख़्वाहिश है



Credits
Writer(s): Amitava Sarkar, Sandeep Nath
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