Bijli Mein Itni Tadap Kahan, Pt. 1

बिजली में इतनी तड़प कहाँ
बादल में कहाँ गर्जन इतना
इंसाँ के अंतर्मन में छुपी
सौ-सौ सागर की गर्जना

(गर्जना)
(गर्जना)
(गर्जना)
(गर्जना)

क़ुर्बानी की क़सम उठा के माँ जब करती है गर्जना
इंसाँ तो क्या मौत भी उसका कर नहीं सकती सामना
इंसाँ तो क्या मौत भी उसका कर नहीं सकती सामना

(गर्जना)
(गर्जना)
(गर्जना)
(गर्जना)

प्यार का उत्तर दिलवाले सदा प्यार से देते आए हैं
उपकारों का बदला वो उपकार से देते आए हैं

स्वाभिमानों की चोट लगे तो वो टकराता जाता है
बचपन भी ममता की छाँव में मेहनत की खाता है
स्वाभिमानों की चोट लगे तो वो टकराता जाता है
बचपन भी ममता की छाँव में मेहनत की खाता है

फूल भी, देखो, अपने ही फूल की करता है रखवाली
जान भी ले सकता है, किसी ने बुरी नज़र जो डाली
जान भी ले सकता है, किसी ने बुरी नज़र जो डाली

(गर्जना)
(गर्जना)
(गर्जना)
(गर्जना)



Credits
Writer(s): Bappi Lahiri, Shyamlal Harlal Rai Indivar
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link