Ankhon Ankhon Mein Har Ek Raat

आँखों-आँखों में हर इक रात गुज़र जाती है
आँखों-आँखों में हर इक रात गुज़र जाती है
तुम नहीं आते हो तो याद भी क्यों आती है?
आँखों-आँखों में हर इक रात गुज़र जाती है

हम खयालों में बुला लेते हैं अक्सर तुमको
हम खयालों में बुला लेते हैं अक्सर तुमको
जब तबीयत ज़रा तनहाई से घबराती है
जब तबीयत ज़रा तनहाई से घबराती है

आँखों-आँखों में हर इक रात गुज़र जाती है

हर एक आहट पे यूँ हम चौंक उठा करते हैं
हर एक आहट पे यूँ हम चौंक उठा करते हैं
जिस तरह बिजली घटाओं में चमक जाती है

तुम नहीं आते हो तो याद भी क्यों आती है?
आँखों-आँखों में हर इक रात गुज़र जाती है



Credits
Writer(s): Robin Banerjee, Yogesh Gaur
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