Kismat Mein Tabahi Likhi Thi (From "Heroine Ek Raat Ki")

किस्मत में तबाही लिखी थी

किस्मत में तबाही लिखी थी
लोगों का सितम सहना ही पड़ा
आहें ना ज़ुबाँ तक हम लाएँ
आहें ना ज़ुबाँ तक हम लाएँ
ख़ामोश हमें रहना ही पड़ा
किस्मत में तबाही लिखी थी

तूफ़ान ग़मों के उठे हैं
मौजों में सफ़ीना मेरा है
उम्मीद का साहिल डूब गया
दुनिया में मेरी अँधेरा है

दरिया में गुनाहों के मुझको
दरिया में गुनाहों के मुझको
अफ़सोस की अब बहना ही पड़ा

किस्मत में तबाही लिखी थी

गुलशन में बहार आई भी ना थी
नाज़ुक सी कली को लूट लिया
बर्बाद जवानी कर डाली
होंठों की हँसी को लूट लिया

सैयाद से क्या फ़रियाद करें
सैयाद से क्या फ़रियाद करें
हर हाल में ग़म सहना ही पड़ा

किस्मत में तबाही लिखी थी

ये इनकी शराफ़त है देखो
मझधार में ला के छोड़ दिया
मासूम जवानी को मसला
और शीशा-ए-दिल को तोड़ दिया

शिकवा ना समझ इन बातों को
शिकवा ना समझ इन बातों को
मजबूर हुई कहना ही पड़ा

किस्मत में तबाही लिखी थी
लोगों का सितम सहना ही पड़ा
किस्मत में तबाही लिखी थी



Credits
Writer(s): Shyamji, Shyamji Ghanshyamji, Sajan Delvi
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