Kanha (From "Shubh Mangal Saavdhan")

ऊँची-ऊँची डोरियों पे बाँधूँ रे गागर
पर ना, माने ना, कान्हा माने ना
ऊँची-ऊँची डोरियों पे बाँधूँ रे गागर
पर ना, माने ना, कान्हा माने ना

जग जो बिछाए, हर जाल काट ले
मक्खन चुराए, हर माल चाट ले
मुरली से करे ऐसी trick टिक-टिक-टिक

पनघट की है बड़ी...
पनघट की है बड़ी कठिन डगर
पर ना, माने ना, कान्हा माने ना

रोके मोहे, टोके मोहे
काटे रे डगर मोरी यमुना के तट की
लाज नाही, काज नाही
मारे जो कंकरिया तो फूटे मोरी मटकी

वाक चतुर भरमावे, प्रेम जार अरझावे
जो भी करे, करे सब quick-quick, quick-quick

कहूँ मैं, "पिया जी, थोड़ा कर लो सबर"
पर ना, माने ना, कान्हा माने ना
ऊँची-ऊँची डोरियों पे बाँधूँ रे गागर
पर ना, माने ना, कान्हा माने ना



Credits
Writer(s): Tanishk - Vayu
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