Jeevan Ke Har Mod Pe Mil Jayenge

जीवन के हर मोड़ पे मिल जाएँगे हमसफ़र
जो दूर तक साथ दे ढूँढे उसी को नज़र
जीवन के हर मोड़ पे मिल जाएँगे हमसफ़र
जो दूर तक साथ दे ढूँढे उसी को नज़र

तू वो ही है जिसको ढूँढे कब से मेरी दो निगाहें
Hey, चलते-चलते मिल जाएँगी तेरे-मेरे दिल की राहें
इतने बड़े इस जहाँ में बसाएँगे हम अपना छोटा सा घर

जीवन के हर मोड़ पे मिल जाएँगे हमसफ़र
जो दूर तक साथ दे ढूँढे उसी को नज़र

जीवन के हर मोड़ पे मिल जाएँगे हमसफ़र
जो दूर तक साथ दे ढूँढे उसी को नज़र

तन के पीछे कोई भागे, कोई तन का है शिकारी
हो, मन से मन का जोड़ना तो, वो ही सच्चा है पुजारी

ओ, सारे के सारे यहाँ मतलबी हैं
इनपे यक़ीं अब ना कर

जीवन के हर मोड़ पे मिल जाएँगे हमसफ़र
जो दूर तक साथ दे ढूँढे उसी को नज़र

वो लाखों में एक है यारों, जिस को दिल से मैंने चाहा
ओ, मैंने थामा तेरा दामन मैंने तेरा प्यार सराहा

ओ, अब एक ही रास्ते पे चलेंगे हम
है एक हमारी डगर

जीवन के हर मोड़ पे मिल जाएँगे हमसफ़र
जो दूर तक साथ दे ढूँढे उसी को नज़र
हाँ, जीवन के हर मोड़ पे मिल जाएँगे हमसफ़र
जो दूर तक साथ दे ढूँढे उसी को नज़र



Credits
Writer(s): Gulshan Bawra, Rahul Dev Burman
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