Dhoop

धूप निकली है वहीं
सजा था चाँद कभी
खिली उमंग नयी
फिर से उड़ी मैं

हो, ओ-हो

धूप निकली है वहीं
सजा था चाँद कभी
खिली उमंग नयी
फिर से उड़ी मैं

हो, ओ-हो



Credits
Writer(s): Udyan Manu Sagar
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