Yeh Sham Ki Tanhaiyan

ये शाम की तनहाइयाँ ऐसे में तेरा ग़म
ये शाम की तनहाइयाँ ऐसे में तेरा ग़म
पत्ते कहीं फड़के, हवा आई तो चौंके हम
पत्ते कहीं फड़के, हवा आई तो चौंके हम
ये शाम की तनहाइयाँ ऐसे में तेरा ग़म

जिस राह से तुम आने को थे
जिस राह से तुम आने को थे
उस के निशाँ भी मिटने लगे
उस के निशाँ भी मिटने लगे

आए ना तुम, १००-१०० दफ़ा आए-गए मौसम
आए ना तुम, १००-१०० दफ़ा आए-गए मौसम
ये शाम की तनहाइयाँ ऐसे में तेरा ग़म

सीने से लगा तेरी याद को
सीने से लगा तेरी याद को
रोती रही मैं रात को
रोती रही मैं रात को

हालत पे मेरी चाँद-तारे रो गए शबनम
हालत पे मेरी चाँद-तारे रो गए शबनम
ये शाम की तनहाइयाँ ऐसे में तेरा ग़म
ये शाम की तनहाइयाँ ऐसे में तेरा ग़म



Credits
Writer(s): Shailendra, Jaikshan Shankar
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