Dekhta Rahta Hoon

देखता रहता हूँ हर एक हसीं चेहरे को
देखता रहता हूँ हर एक हसीं चेहरे को
इनमें भूले से कहीं तू भी नज़र आ जाए
ये तड़पता हुआ दिल कुछ तो सुकूँ पा जाए
देखता रहता हूँ...

लाखों गुलफ़ाम मेरी राह से हो कर गुज़रे
लाखों गुलफ़ाम मेरी राह से हो कर गुज़रे
अपने दामन की हवा से मुझे छू कर गुज़रे
मैं तड़पता ही रहा तेरे नज़ारे के लिए

देखता रहता हूँ हर एक हसीं चेहरे को
इनमें भूले से कहीं तू भी नज़र आ जाए
ये तड़पता हुआ दिल कुछ तो सुकूँ पा जाए
देखता रहता हूँ...

इन हसीनों ने भी ख़त भेज बुलाया मुझको
इन हसीनों ने भी ख़त भेज बुलाया मुझको
मैंने परवाह भी ना की, दिल में बसाया तुझको
एक नज़र काफ़ी है आ प्यार के मारे के लिए

देखता रहता हूँ हर एक हसीं चेहरे को
इनमें भूले से कहीं तू भी नज़र आ जाए
ये तड़पता हुआ दिल कुछ तो सुकूँ पा जाए
देखता रहता हूँ...

मेरे दिल पे नहीं होगा किसी जल्वे का असर
मेरे दिल पे नहीं होगा किसी जल्वे का असर
तू ही तू आए नज़र जब भी उठाऊँ ये नज़र
मैं तो ज़िंदा हूँ, सनम, तेरे इशारे के लिए

देखता रहता हूँ हर एक हसीं चेहरे को
इनमें भूले से कहीं तू भी नज़र आ जाए
ये तड़पता हुआ दिल कुछ तो सुकूँ पा जाए
देखता रहता हूँ...



Credits
Writer(s): Sardar Malik
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link