Khali Khali Dil

तुझ में रहूँ मैं, इजाज़त दे
जीने की मुझ को आदत दे
Mmm, तुझ में रहूँ मैं, इजाज़त दे
जीने की मुझ को आदत दे

मेरे इश्क़ को तू रखना ख़ुद में हिफ़ाज़त से

ख़ाली-ख़ाली दिल को भर देंगे मोहब्बत से
ख़ाली-ख़ाली दिल को भर देंगे मोहब्बत से
ख़ाली-ख़ाली दिल को भर देंगे मोहब्बत से
ख़ाली-ख़ाली दिल को भर देंगे मोहब्बत से

होते ही शाम तेरी गलियों में आना-जाना

होते ही शाम तेरी गलियों में आना-जाना
ऐसे ही चलता रहे तेरा-मेरा मिलना-मिलाना
अब तक रहे अकेले हम इस ज़माने में
कितने मौसम लगे एक तुम को पाने में

मदहोश मुझे ना कर देना होंठों की राहत से

ख़ाली-ख़ाली दिल को भर देंगे मोहब्बत से
ख़ाली-ख़ाली दिल को भर देंगे मोहब्बत से
ख़ाली-ख़ाली दिल को भर देंगे मोहब्बत से
ख़ाली-ख़ाली दिल को भर देंगे मोहब्बत से

बे-मौसम बारिशों में तेरे संग ही भीगना है

बे-मौसम बारिशों में तेरे संग ही भीगना है
जितनी भी साँसें मेरी, सब तेरे संग जीना है
आवारगी को मेरी तुम ने दी जगह
जीने लगी हूँ मैं जो, तुम ही तो हो वजह

तुम को पाया है दुनिया में मैंने इबादत से

ख़ाली-ख़ाली दिल को भर देंगे मोहब्बत से
ख़ाली-ख़ाली दिल को भर देंगे मोहब्बत से
ख़ाली-ख़ाली दिल को भर देंगे मोहब्बत से
ख़ाली-ख़ाली दिल को भर देंगे मोहब्बत से



Credits
Writer(s): Shabbir Ahmed
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