Megha Chhaye Aadhi Raat

मेघा छाए आधी रात, बैरन बन गई निंदिया
मेघा छाए आधी रात, बैरन बन गई निंदिया
बता दे मैं क्या करूँ
मेघा छाए आधी रात, बैरन बन गई निंदिया

सबके आँगन दीया जले रे, मोरे आँगन जिया
हवा लागे शूल जैसी, ताना मारे चुनरिया
सबके आँगन दीया जले रे, मोरे आँगन जिया
हवा लागे शूल जैसी, ताना मारे चुनरिया

आई है आँसू की बारात, बैरन बन गई निंदिया
बता दे मैं क्या करूँ
मेघा छाए आधी रात, बैरन बन गई निंदिया

रूठ गए रे सपने सारे, टूट गई रे आशा
नैन बहें रे गंगा मोरे, फिर भी मन है प्यासा
रूठ गए रे सपने सारे, टूट गई रे आशा
नैन बहें रे गंगा मोरे, फिर भी मन है प्यासा

किसे कहूँ रे मन की बात? बैरन बन गई निंदिया
बता दे मैं क्या करूँ
मेघा छाए आधी रात, बैरन बन गई निंदिया



Credits
Writer(s): Neeraj, S.d. Burman
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link