Zor Lagaake Haishaa (from "Yaariyan")

हम जवान खून की गर्मी से
नरमी से या बेशर्मी से
हम जवान खून की गर्मी से
नरमी से या बेशर्मी से

जो ठान लिया कर जाएंगे
अब जीत के ही घर जाएंगे
जो ठान लिया कर जाएंगे
अब जीत के ही घर जाएंगे

चल ज़ोर लगा के हईशा
चल कदम बढ़ा के हईशा
चल ज़ोर लगाके हईशा
चल कदम बढ़ा के हईशा
इरादों में है दम
हवा के हम कदम

आज़ादियों की क्या हदें
न हौसले की है सरहदें
हम पर्वतों को चीर दें
हम आंधियों को न राह दें

हो इश्क या जंग जमाने से
दोनो में जीत जरूरी है
दुनिया के अपने लालच हैं
दिल की अपनी मजबूरी है

ये बात बताकर जाएंगे
हम ख्वाब सजाकर जाएंगे
ये बात बताकर जाएंगे
हम ख्वाब सजाकर जाएंगे

चल ज़ोर लगा के हईशा
चल कदम बढ़ा के हईशा
चल ज़ोर लगाके हईशा
चल कदम बढ़ा के हईशा
इरादों में है दम
हवा के हम कदम

क्या दूरियां, क्या फासले
बेख़ौफ़ से यूँही चलते चले
ये जानती है मंजिलें
तूफ़ान है क्या पैरों तले

हम खुशियों के हैं सौदागर
सबके आंसू पी जाते हैं
जब जग समझे बे-जान हमें
हम हंसते हैं, जी जाते हैं
ये आदत बहुत पुरानी है
हम हिंदी हिंदुस्तानी हैं
ये आदत बहुत पुरानी है
हम हिंदी हिंदुस्तानी हैं

चल ज़ोर लगा के हईशा
झंडा फेहरा के हईशा
चल ज़ोर लगाके हईशा
सब साथ नचा के हईशा
चल प्यार जता के हईशा
जन गण मन गा के हईशा
इरादों में है दम
हवा के हम कदम



Credits
Writer(s): Irshad Kamil, Arkapravo Mukherjee
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link