Kisi Meherban Ne Aake

किसी मेहरबाँ ने आके मेरी ज़िंदगी सजा दी
किसी मेहरबाँ ने आके मेरी ज़िंदगी सजा दी
मेरे दिल की धड़कनों में...
मेरे दिल की धड़कनों में नई आरज़ू जगा दी

किसी मेहरबाँ ने आके मेरी ज़िंदगी सजा दी
मेरे दिल की धड़कनों में...
मेरे दिल की धड़कनों में नई आरज़ू जगा दी
किसी मेहरबाँ ने आके मेरी ज़िंदगी सजा दी

तनहाइयाँ की हरसू, ख़ामोश था ये मंज़र
तनहाइयाँ की हरसू, ख़ामोश था ये मंज़र
ठहरा हुआ था मेरी बेताबी का समुंदर
...बेताबी का समुंदर

मौजों को आके छेड़ा, हलचल कोई मचा दी
मौजों को आके छेड़ा, हलचल कोई मचा दी
मेरे दिल की धड़कनों में...
मेरे दिल की धड़कनों में नई आरज़ू जगा दी

किसी मेहरबाँ ने आके मेरी ज़िंदगी सजा दी
किसी मेहरबाँ ने आके मेरी ज़िंदगी सजा दी
मेरे दिल की धड़कनों में...
मेरे दिल की धड़कनों में नई आरज़ू जगा दी
किसी मेहरबाँ ने आके मेरी ज़िंदगी सजा दी

आईं नहीं बहारें, बस था ख़िज़ाँ का मौसम
आईं नहीं बहारें, बस था ख़िज़ाँ का मौसम
शामें बुझी-बुझी थीं, बे-नूर था ये आलम
...बे-नूर था ये आलम

अँधेरे रास्ते में मुझे रोशनी दिखा दी
अँधेरे रास्ते में मुझे रोशनी दिखा दी
मेरे दिल की धड़कनों में...
मेरे दिल की धड़कनों में नई आरज़ू जगा दी

किसी मेहरबाँ ने आके मेरी ज़िंदगी सजा दी
किसी मेहरबाँ ने आके मेरी ज़िंदगी सजा दी
मेरे दिल की धड़कनों में...
मेरे दिल की धड़कनों में नई आरज़ू जगा दी



Credits
Writer(s): Sameer, Rathod Shrawan
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