Kahan Ja Rahe The

कहाँ जा रहे थे, कहाँ आ गए हम
कहाँ जा रहे थे, कहाँ आ गए हम
किसी की निगाहों से, किसी की निगाहों से
टकरा गए हम, टकरा गए हम

कहाँ जा रहे थे, कहाँ आ गए हम
कहाँ जा रहे थे, कहाँ आ गए हम
किसी की निगाहों से, किसी की निगाहों से
टकरा गए हम, टकरा गए हम
कहाँ जा रहे थे...

खो चले सारे निशाँ, मैं यहाँ, दिल है कहाँ?
खो चले सारे निशाँ, मैं यहाँ, दिल है कहाँ?

सोए हैं कि जागे, चकरा गए हम
सोए हैं कि जागे, चकरा गए हम
किसी की निगाहों से, किसी की निगाहों से
टकरा गए हम, टकरा गए हम
कहाँ जा रहे थे...

ये सुबह मस्ती-भरी यूँ हँसी जैसे परी
ये सुबह मस्ती-भरी यूँ हँसी जैसे परी

क़िस्मत को शायद याद आ गए हम
क़िस्मत को शायद याद आ गए हम
किसी की निगाहों से, किसी की निगाहों से
टकरा गए हम, टकरा गए हम
कहाँ जा रहे थे...

अजनबी अपना हुआ, सच मेरा सपना हुआ
अजनबी अपना हुआ, सच मेरा सपना हुआ

सारे जहाँ पे लो छा गए हम
सारे जहाँ पे लो छा गए हम
किसी की निगाहों से, किसी की निगाहों से
टकरा गए हम, टकरा गए हम

कहाँ जा रहे थे, कहाँ आ गए हम
कहाँ जा रहे थे, कहाँ आ गए हम
किसी की निगाहों से, किसी की निगाहों से
टकरा गए हम, टकरा गए हम
कहाँ जा रहे थे...



Credits
Writer(s): Jaikshan Shankar, Shailendra
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