Ab Ke Saawan Mein

अबके सावन में जी डरे, रिमझिम तन पे पानी गिरे
अबके सावन में जी डरे, रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
हो ओ ओ

अबके सावन में जी डरे, रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी

हो

ऐसा मौसम पहले कभी भी आया नहीं
ऐसा बादल अम्बर पे सजना छाया नहीं
ओ ओ
ऐसा मौसम पहले कभी भी आया नहीं
ऐसा बादल अम्बर पे सजना छाया नहीं

हो ये सुहाना समां, प्रेम की खोज में, मौज में
हो ओ ओ
पागल प्रेमी बनके फिरे, रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी

हो ओ ओ
अबके सावन में जी डरे, रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी

आ तुझको आँखों में छुपा लूँ इस रात में
कजरा गजरा बह जायेगा री बरसात में

हो ओ ओ
आज तुझको आंखों में छुपा लूँ इस रात में
कजरा गजरा बह जायेगा री बरसात में

हो, होश से काम लो, राम का नाम लो, थाम लो
हो ओ ओ
जाने बैरन रुत क्या करे, रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
हो ओ ओ

अबके सावन में जी डरे, रिमझिम तन पे पानी गिरे

मन में लगे आग सी

हो ओ ओ
मन में लगे आग सी

हो ओ ओ
मन में लगे आग सी



Credits
Writer(s): Bablu Chakraborty, Anand Bakshi, Rahul Dev Burman
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