Na Ja Mere Saath Na Ja

साथ जिएँगे, साथ मरेंगे
ये वादा क्यूँ तोड़ दिया?
ख़ुद तो तुम चल पड़े अकेले
हमें राह में छोड़ दिया

ना जा, मेरे साथी, ना जा
ना जा, मेरे साथी, ना जा
ना जा, मेरे साथी, ना जा

ऐसी आग जागेगी...
ऐसी आग जागेगी, दुनिया शमशान लगेगी
तारे अंगारे होंगे, धरती की रूह जलेगी
फूलों का रंग उड़ेगा, अंबर का चाँद छुपेगा
तेरे बिन, जीवन-साथी, जीवन का दीप बुझेगा

ना जा, मेरे साथी, ना जा
ना जा, मेरे साथी, ना जा
ना जा, मेरे साथी, ना जा

ऐसा तूफ़ान उठेगा...
ऐसा तूफ़ान उठेगा, घन-घन बादल गरजेगा
कड़-कड़ बिजली कड़केगी, सारा संसार जलेगा
ये दिल अब ज़हर पिएगा, तेरे बिन कौन जिएगा?
टूटा जब जीवन धागा, कैसे कोई ज़ख़्म सिएगा

ना जा, मेरे साथी, ना जा
ना जा, मेरे साथी, ना जा
ना जा, मेरे साथी, ना जा



Credits
Writer(s): Bharat Vyas, Sardar Malik
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