Jazba - Remix

जज़्बा
काँटें रहने दे, गुलाब तोड़ ले
नींदों की टहनियों से ख़्वाब तोड़ ले

हाँ, काँटें रहने दे, गुलाब तोड़ ले
नींदों की टहनियों से ख़्वाब तोड़ ले
ख़्वाहिशों की हैं कहानियाँ बड़ी
चुन ले कहानियाँ, किताब जोड़ ले

फीकी है ज़िंदगी तो, यारा
पढ़ ले दिल का इशारा
सारा बदल दे नज़ारा

जगा ले, तू जगा ले जज़्बा, हाय
जगा ले, तू जगा ले जज़्बा
जगा ले, तू जगा ले जज़्बा, हाँ, हाय
जगा ले, तू जगा ले जज़्बा

जगा ले, तू जगा ले जज़्बा

क्या करें...
क्या करें, क्या नहीं
ख़ाली ख़्यालों में पसीना क्या बहाना
बेहतरी है यही
करके दिखाने के तरीक़े आज़माना

सपनों के पहियों को, यारा
Speed limit ना गँवाना
खुली उड़ानों ने पुकारा

जगा ले जज़्बा

जगा ले, तू जगा ले जज़्बा, हाय
जगा ले, तू जगा ले जज़्बा, हाँ
जगा ले, तू जगा ले जज़्बा, हाँ, हाय
जगा ले, तू जगा ले जज़्बा

जज़्बा
जज़्बा
जज़्बा
जगा ले जज़्बा

जज़्बा



Credits
Writer(s): Amitabh Bhattacharya, Salim Merchant, Sulaiman Merchant
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link