Chup Ho Aaj Kaho Kya Baat Hai

चुप हो आज, कहो क्या है बात? ज़रा बोलो ना
ढल ना जाए कहीं ढलती रात, ज़रा बोलो ना
चुप हो आज, कहो क्या है बात? ज़रा बोलो ना
ढल ना जाए कहीं ढलती रात, ज़रा बोलो ना

ना तो जागती, ना तो सोई सी
बड़ी दूर हो कहीं खोई सी, ज़रा बोलो ना
चुप हो आज, कहो क्या है बात? ज़रा बोलो ना, बोलो ना
ढल ना जाए कहीं ढलती रात, ज़रा बोलो ना

यूँ तो साथ हो सब के, पर जुदा-जुदा सी हो
इस हसीन महफ़िल से कुछ ख़फ़ा-ख़फ़ा सी हो

साँस की ख़ुशबू, आँख का जादू इस महफ़िल में घोलो ना
चुप हो आज, कहो क्या है बात? ज़रा बोलो ना, बोलो, बोलो
ढल ना जाए कहीं ढलती रात, ज़रा बोलो ना

इन हसीन आँखों में बेरुख़ी नहीं सजती
फूल जैसे होंठों पे ख़ामोशी नहीं सजती

नाज़ ये क्या है? राज़ ये क्या है? चुप ना रहो, दिल खोलो ना
चुप हो आज, कहो क्या है बात? ज़रा बोलो ना
ढल ना जाए कहीं ढलती रात, ज़रा बोलो ना

ना तो जागती, ना तो सोई सी
बड़ी दूर हो कहीं खोई सी, ज़रा बोलो ना
चुप हो आज, कहो क्या है बात? ज़रा बोलो ना, बोलो ना
ढल ना जाए कहीं ढलती रात, ज़रा बोलो ना



Credits
Writer(s): Sapan Chakraborty, Ludiavani Sahir
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