Jawan Mohabbat Haseen Ankhon

जवाँ मोहब्बत हसीन आँखों में
किस लिए मुस्कुरा रही है?
किस लिए मुस्कुरा रही है?

जवाँ मोहब्बत हसीन आँखों में
किस लिए मुस्कुरा रही है?
किस लिए मुस्कुरा रही है?
क्यूँ? क्यूँ? क्यूँ जी?

जो बात आई थी अपने दिल में
जो बात आई थी अपने दिल में
वो उनके दिल में...
वो उनके दिल में भी आ रही है
जो बात आई थी...

ये भीगी-भीगी हसीन रातें
ये भीगी-भीगी हसीन रातें
ये प्यारी-प्यारी तिहारी बातें, तिहारी बातें

बहार आई, बहार आ कर
कोई नया गुल खिला रही है
कोई नया गुल खिला रही है
बहार आई है...

ज़रा मेरा हाथ हाथ में लो
ज़रा मेरे दिल पे हाथ रख दो, हाथ रख दो
क्यूँ? क्यूँ? क्यूँ जी?

सुनो तो इस बेज़ुबान दिल से
ये कैसी आवाज़ आ रही है
कैसी आवाज़ आ रही है

जो बात आई है तेरे दिल में
वो मेरे दिल में...
वो मेरे दिल में भी आ रही है
जो बात आई है...

क़रीब आओ, गले लगा लूँ
यहाँ छुपा लूँ, यहाँ बसा लूँ, यहाँ बिठा लूँ
क्यूँ? क्यूँ? क्यूँ जी?

मुझे बहुत प्यार आ रहा है
मगर मुझे लाज आ रही है
मगर मुझे लाज आ रही है

जो बात आई थी अपने दिल में
वो उनके दिल में...
वो उनके दिल में भी आ रही है
जो बात आई थी...



Credits
Writer(s): Kidar Sharma, Shehal Bhatkar
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