Mangi Thi Ek

माँगी थी इक दुआ जो क़ुबूल हो गई
माँगी थी इक दुआ जो क़ुबूल हो गई
उम्मीद की कली खिल के फूल हो गई
माँगी थी इक दुआ जो क़ुबूल हो गई

हम सोचते थे ये दिल मुफ़्त में दिया
हम सोचते थे ये दिल मुफ़्त में दिया
कितना हसीं, मगर तोहफ़ा हमें मिला

क़ीमत हमारे प्यार की वसूल हो गई
माँगी थी इक दुआ जो क़ुबूल हो गई
माँगी थी इक दुआ जो क़ुबूल हो गई

अब के बहार में दिल मेरा खिल गया
ओ, अब के बहार में दिल मेरा खिल गया
जिस की थी आरज़ू वो मुझ को मिल गया

जन्नत मेरे लिए अब फ़ुज़ूल हो गई
माँगी थी इक दुआ जो क़ुबूल हो गई
उम्मीद की कली खिल के फूल हो गई
माँगी थी इक दुआ जो क़ुबूल हो गई



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, R D Burman
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