Mohabbat Aesi Dhadkan Hai

इस इंतेज़ार-ए-शौक़ को जन्मों की आस है
इक शम्मा जल रही है तो वो भी उदास है

मोहब्बत ऐसी धड़कन है जो समझाई नहीं जाती
जो समझाई नहीं जाती
ज़बाँ पर दिल की बेचैनी कभी लाई नहीं जाती
कभी लाई नहीं जाती
मोहब्बत ऐसी धड़कन है...

चलें आओ, चलें आओ, तक़ाज़ा है निगाहों का
चलें आओ, चलें आओ, तक़ाज़ा है निगाहों का
तक़ाज़ा है निगाहों का
किसी की आरज़ू ऐसे तो ठुकराई नहीं जाती
तो ठुकराई नहीं जाती

मोहब्बत ऐसी धड़कन है जो समझाई नहीं जाती
जो समझाई नहीं जाती
मोहब्बत ऐसी धड़कन है...

मेरे दिल ने बिछाएँ हैं सजदे आज राहों में
मेरे दिल ने बिछाएँ हैं सजदे आज राहों में
सजदे आज राहों में
जो हालत आशिक़ी की है वो बतलाई नहीं जाती
वो बतलाई नहीं जाती

मोहब्बत ऐसी धड़कन है जो समझाई नहीं जाती
जो समझाई नहीं जाती
मोहब्बत ऐसी धड़कन है...



Credits
Writer(s): Jaipuri Hasrat, Chitalkar Ramchandra
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