Chupke Chupke Chal Re Purbaiya

चुपके-चुपके चल री पुरवैया
ओ, चुपके-चुपके चल री पुरवैया
चुपके-चुपके चल री पुरवैया

बाँसुरी बजाए रे, रास रचाए, दैया रे, दैया
गोपियों संग कन्हैया

चुपके-चुपके चल री पुरवैया
चुपके-चुपके चल री पुरवैया

पागल पवन से कैसे कोई बोले
पागल पवन से कैसे कोई बोले
गोरी के मुख से घुँघटा ना खोले

डोले, हौले से मन की नैया
गोपियों संग कन्हैया

चुपके-चुपके चल री पुरवैया
चुपके-चुपके चल री पुरवैया

ये क्या हुआ मुझको, क्या है ये पहेली
ये क्या हुआ मुझको, क्या है ये पहेली
ऐसे जैसे के कोई राधा की सहेली

मैं भी ढूँढूँ कदम की छैयाँ
गोपियों संग कन्हैया

चुपके-चुपके चल री पुरवैया
चुपके-चुपके चल री पुरवैया

ऐसे समय पे कोई चुप भी रहे कैसे
ऐसे समय पे कोई चुप भी रहे कैसे
बाँध लिए रुत ने पग में घुँघरू जैसे

नाचे मन ता-थैया, ता-थैया
गोपियों संग कन्हैया

चुपके-चुपके चल री पुरवैया
चुपके-चुपके चल री पुरवैया



Credits
Writer(s): S.d. Burman, Anand Bakshi
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