Main Kunwari Albeli

मैं कुँवारी, अलबेली
जा रही थी कहीं अकेली
डंक मार गयो, दैया
हाय रे, पापी ततैया
हाय रे, पापी ततैया

पहले दिल का खेल खेली
अब पुकारे, पड़ी अकेली
"डंक मार गयो, दैया
हाय रे, पापी ततैया
हाय रे, पापी ततैया"

मैं कुँवारी, अलबेली
जा रही थी कहीं अकेली
डंक मार गयो, दैया
हाय रे, पापी ततैया
हाय रे, पापी ततैया

तुझे गोरे रंग पे बड़ा अभिमान था
चढ़ती जवानी पे कितना गुमान था
तुझे गोरे रंग पे बड़ा अभिमान था
चढ़ती जवानी पे कितना गुमान था

हमरा काजल, हमरा टीका
जियरा जाए काहे किसी का?
डंक मार गयो, दैया
हाय रे, पापी ततैया
हाय रे, पापी ततैया

अरे, केहु जादूगर पिया को पुकार दे
कोई नहीं जो मेरा जहर उतार दे
अरे, केहु जादूगर पिया को पुकार दे
कोई नहीं जो मेरा जहर उतार दे

ज़हर तेरा मैं उतारूँ
मुझे चढ़े तो किसे पुकारूँ?
डंक मार गयो, दैया
हाय रे, पापी ततैया
हाय रे, पापी ततैया

देखो, कैसे जल रहा मेरा गोरा अंग है
गोरी, तेरे नख़रे का ये भी नया रंग है
देखो, कैसे जल रहा मेरा गोरा अंग है
गोरी, तेरे नख़रे का ये भी नया रंग है

जब ना पकड़े तू ये बैयाँ
क्यों ना बोलूँ, मोरे सैयाँ?
डंक मार गयो, दैया
हाय रे, पापी ततैया
हाय रे, पापी ततैया

मैं कुँवारी, अलबेली
जा रही थी कहीं अकेली
डंक मार गयो, दैया
हाय रे, पापी ततैया
हाय रे, पापी ततैया



Credits
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Nagrath Rajesh Roshan
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