Dil Ki Yeh Arzoo Thi

दिल की ये आरज़ू थी कोई दिलरुबा मिले
दिल की ये आरज़ू थी कोई दिलरुबा मिले
लो बन गया नसीब कि तुम हमसे आ मिले
दिल की ये आरज़ू थी कोई दिलरुबा मिले

देखें हमें नसीब से अब अपने क्या मिले
देखें हमें नसीब से अब अपने क्या मिले
अब तक तो जो भी दोस्त मिले, बेवफ़ा मिले
अब तक तो जो भी दोस्त मिले, बेवफ़ा मिले

आँखों को एक इशारे की ज़हमत तो दीजिए
क़दमों में दिल बिछा दूँ, इज़ाज़त तो दीजिए
ग़म को गले लगा लूँ जो ग़म आपका मिले
ग़म को गले लगा लूँ जो ग़म आपका मिले

दिल की ये आरज़ू थी कोई दिलरुबा मिले
दिल की ये आरज़ू थी कोई दिलरुबा मिले

हमने उदासियों में गुज़ारी है ज़िंदगी
हमने उदासियों में गुज़ारी है ज़िंदगी
लगता है डर फ़रेब-ए-वफ़ा से कभी-कभी
लगता है डर फ़रेब-ए-वफ़ा से कभी-कभी

ऐसा ना हो कि ज़ख़्म कोई फिर नया मिले
ऐसा ना हो कि ज़ख़्म कोई फिर नया मिले
अब तक तो जो भी दोस्त मिले, बेवफ़ा मिले

कल तुम जुदा हुए थे जहाँ साथ छोड़ कर
हम आज तक खड़े हैं उसी दिल के मोड़ पर
हमको इस इंतज़ार का कुछ तो सिला मिले
हमको इस इंतज़ार का कुछ तो सिला मिले

दिल की ये आरज़ू थी कोई दिलरुबा मिले
दिल की ये आरज़ू थी कोई दिलरुबा मिले

देखें हमें नसीब से अब अपने क्या मिले
अब तक तो जो भी दोस्त मिले, बेवफ़ा मिले
अब तक तो जो भी दोस्त मिले, बेवफ़ा मिले



Credits
Writer(s): Haasan Kamal, Ravi
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link