Pee Ke Hum Jo Chale Aaye Hai

पी के हम-तुम जो चले आए हैं इस महफ़िल में
पी के हम-तुम जो चले आए हैं इस महफ़िल में
एक नया रंग जमा देंगे हम इस महफ़िल में

पी के हम-तुम जो चले आए हैं इस महफ़िल में
एक नया रंग जमा देंगे हम इस महफ़िल में
पी के हम-तुम जो चले आए हैं इस महफ़िल में

आग पी ली है, जब ही चेहरे पे नूर आया है
हाए, आग पी ली है, जब ही चेहरे पे नूर आया है
साकिया, तेरी क़सम, अब सुरूर आया है
हाए, साकिया, तेरी क़सम, अब सुरूर आया है

आग से आग बुझा देंगे हम इस महफ़िल में
एक नया रंग जमा देंगे हम इस महफ़िल में
पी के हम-तुम जो चले आए हैं इस महफ़िल में

"उलझनें और भी बढ़ जाती हैं घबराने से
हाए, उलझनें और भी बढ़ जाती हैं घबराने से"
झुक के ये बात कही शीशे ने पैमाने से
हाए, झुक के ये बात कही शीशे ने पैमाने से

होश दुनिया के उड़ा देंगे हम इस महफ़िल में
एक नया रंग जमा देंगे हम इस महफ़िल में
पी के हम-तुम जो चले आए हैं इस महफ़िल में

तू भी पी ले इसे, घबरा ना सनम जीने से
हाए, तू भी पी ले इसे, घबरा ना सनम जीने से
ये शराब अच्छी है इंसाँ का लहू पीने से
हाए, ये शराब अच्छी है इंसाँ का लहू पीने से

दीप बोतल के जला देंगे हम इस महफ़िल में
एक नया रंग जमा देंगे हम इस महफ़िल में
पी के हम-तुम जो चले आए हैं इस महफ़िल में

एक नया रंग जमा देंगे हम इस महफ़िल में
पी के हम-तुम जो चले आए हैं इस महफ़िल में



Credits
Writer(s): Jaikshan Shankar, Jaipuri Hasrat
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