Raat Ka Nasha (From "Asoka")

रात का नशा अभी आँख से गया नहीं
रात का नशा अभी आँख से गया नहीं
तेरा नशीला बदन बाँहों ने छोड़ा नहीं
आँखें तो खोली, मगर सपना वो तोड़ा नहीं

हाँ वो ही, वो वहीं
साँसों पे रखा हुआ तेरे होंठों का सपना अभी है वहीं
ओ, रात का नशा अभी आँख से गया नहीं
रात का नशा अभी आँख से गया नहीं

तेरे बिना भी कभी तुझसे मचल लेती हूँ
करवट बदलती हूँ तो सपना बदल लेती हूँ
तेरे बिना भी कभी तुझसे मचल लेती हूँ
करवट बदलती हूँ तो सपना बदल लेती हूँ

तेरा ख़याल आए तो बलखा के पल जाता है
पानी के चादर तले दम मेरा जल जाता है

हाँ वो ही, वो वहीं
साँसों पे रखा हुआ तेरे होंठों का सपना अभी है वहीं
ओ, रात का नशा अभी आँख से गया नहीं
रात का नशा अभी आँख से गया नहीं

तेरे गले मिलने के मौसम बड़े होते हैं
जनमों का वादा कोई, ये ग़म बड़े छोटे हैं
हो, तेरे गले मिलने के मौसम बड़े होते हैं
जनमों का वादा कोई, ये ग़म बड़े छोटे हैं

लंबी सी इक रात हो, लंबा सा इक दिन मिले
बस इतना सा जीना हो मिलन की घड़ी जब मिले

हाँ वो ही, वो वहीं
साँसों पे रखा हुआ तेरे होंठों का सपना अभी है वहीं
रात का नशा अभी आँख से गया नहीं
रात का नशा अभी आँख से गया नहीं



Credits
Writer(s): Gulzar, Anu Malik
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