Ek Dil Aur Sau Afsane

एक दिल और १०० अफ़साने
हाय, मोहब्बत, हाय, ज़माने
एक दिल और १०० अफ़साने
हाय, मोहब्बत, हाय, ज़माने

मन बिना के मधुर सुरों में
गाते हैं सब प्रेम तराने
एक दिल और १०० अफ़साने
हाय, मोहब्बत, हाय, ज़माने

दिल जो ना होता कुछ भी ना होता
आँख ना रोती और दर्द ना उठता
दिल जो ना होता कुछ भी ना होता
आँख ना रोती और दर्द ना उठता

अपना ये दामन कौन भिगोता
कौन किसी के यूँ प्यार में खोता

एक दिल और १०० अफ़साने
हाय, मोहब्बत, हाय, ज़माने
मन बिना के मधुर सुरों में
गाते हैं सब प्रेम तराने

दिल जो लगया चैन ना पाया
सारे जहाँ का इल्ज़ाम उठाया
दिल जो लगया चैन ना पाया
सारे जहाँ का इल्ज़ाम उठाया

बातें सुनाई अपना-पराया
ये तो जनम-जनम से होता ही आया

एक दिल और १०० अफ़साने
हाय, मोहब्बत, हाय, ज़माने
मन बिना के मधुर सुरों में
गाते हैं सब प्रेम तराने

तू मेरी मंज़िल प्यार का साहिल
जाऊँ किधर मैं है तू ही मुकाबिल
तू मेरी मंज़िल प्यार का साहिल
जाऊँ किधर मैं है तू ही मुकाबिल

ओ, मेरे हमदम लाख हो मुश्किल
कर के रहेंगे हम तुझको ही हासिल

एक दिल और १०० अफ़साने
हाय, मोहब्बत, हाय, ज़माने
मन बिना के मधुर सुरों में
गाते हैं सब प्रेम तराने

एक दिल और १०० अफ़साने
हाय, मोहब्बत, हाय, ज़माने



Credits
Writer(s): Jaikshan Shankar, Jaipuri Hasrat
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link