Rim Jhim Ke Geet

रिम-झिम के गीत सावन गाये, हाय, भीगी-भीगी रातो मे
होठो पे बात दिलकी आए, हाय, भीगी-भीगी रातो मे

तेरा मेरा पूछे नाता, बड़ी वो ये घटा घनघोर है
चुप हू ऐसे मे कह दो कैसे, मेरा साजन नही तू कोई और है
के तेरा नाम, होठो पे मेरे, तेरे, सपने मेरी आंखो मे
रिम-झिम के गीत सावन गाये, हाय, भीगी-भीगी रातो मे
मेरा दिल भी है दीवाना, तेरे नैना भी है नादा से
कुछ ना सोचा, कुछ ना देखा, कुछ भी पूछा ना इस अनजान से
चल पड़े साथ हम ऐसे, कैसे, बनके साथी, राहो मे
रिम-झिम के गीत सावन गाये, हाय, भीगी-भीगी रातो मे

बड़ी लम्बी जी की बाते, बड़ी छोटी बरखा की रात जी
कहना क्या है, सुनना क्या है, कहने सुनाने की अब क्या बात है
बिन कहे, बिन सुने दिल ने दिलासे, कर ली बाते, बातो मे
रिम-झिम के गीत सावन गाये, हाय, भीगी-भीगी रातो मे
होठो पे, बात दिलकी आए, हाय, भीगी भीगी रातो मे



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma
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