Jinki Kismat Men Kanten

जिनकी क़िस्मत में काँटे
वो ख़ाब ना देखें कलियों के
कलियाँ महलों की रौनक
और काँटे राही गलियों के

राजू का था एक ख़ाब, राजू राजा, राजा साहब
राजू का था एक ख़ाब, राजू राजा, राजा साहब

राज था ना ताज था, फिर भी मैं था राजा साहब
राजू का था एक ख़ाब, राजू राजा, राजा साहब
राजू का था एक ख़ाब, राजू राजा, राजा साहब

मैं बड़ा नादान था, मैं बड़ा था बेख़बर
मैंने देखी सूरतें, मैंने ना देखी, मगर

मैंने ना देखी, मगर बेवफ़ाई की नक़ाब
राजू का था एक ख़ाब, राजू राजा, राजा साहब
राजू का था एक ख़ाब, राजू राजा, राजा साहब

छू ना पाऊँ मैं कभी जिसके क़दमों की भी धूल
मैंने क्यूँ चाहा उसे? मैं ख़िज़ाँ का एक फूल

मैं ख़िज़ाँ का एक फूल, वो बहारों का गुलाब
राजू का था एक ख़ाब, राजू राजा, राजा साहब
राजू का था एक ख़ाब, राजू राजा, राजा साहब

हो मुबारक, आपके घर बरातें आ गईं
मेरे लब पे भूल से ग़म की बातें आ गईं

ग़म की बातें आ गईं, माफ़ कर देना, जनाब
राजू का था एक ख़ाब, राजू राजा, राजा साहब
राजू का था एक ख़ाब, राजू राजा, राजा साहब

राज था ना ताज था, फिर भी मैं था राजा साहब
राजू का था एक ख़ाब, राजू राजा, राजा साहब
राजू का था एक ख़ाब, राजू राजा, राजा साहब



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah
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