Dil Ne Tadap Tadap Ke

दिल ने तड़प-तड़प के तड़पना सिखा दिया
इनाम अब मिले कि सज़ा, सर झुका दिया
दिल ने तड़प-तड़प के तड़पना सिखा दिया
इनाम अब मिले कि सज़ा, सर झुका दिया

दीवाना कर के छोड़ दे जो इक ज़माने को
दीवाना कर के छोड़ दे जो इक ज़माने को

मुझ को उसी निगाह ने इंसाँ बना दिया
मुझ को उसी निगाह ने इंसाँ बना दिया
इनाम अब मिले कि सज़ा, सर झुका दिया

बस इतना जानता हूँ, मुझे तुम से प्यार है
और प्यार में ना जीत किसी की, ना हार है

इस के सिवा जो याद था सब कुछ भुला दिया
इस के सिवा जो याद था सब कुछ भुला दिया
इनाम अब मिले कि सज़ा, सर झुका दिया

दीवाना कर के छोड़ दे जो इक ज़माने को
मुझ को उसी निगाह ने इंसाँ बना दिया



Credits
Writer(s): Jaidev, Kaifi Azmi
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