Saranga Teri Yaad Men (From "Saranga")

सारंगा तेरी याद में नैन हुए बेचैन
मधुर तुम्हारे मिलन बिना दिन कटते, नहीं रैन

हो, सारंगा तेरी याद में नैन हुए बेचैन
मधुर तुम्हारे मिलन बिना दिन कटते, नहीं रैन
हो, सारंगा तेरी याद में...

वो अंबवा का झूलना, वो पीपल की छाँव
वो अंबवा का झूलना, वो पीपल की छाँव
घूँघट में जब चाँद था, महँदी लगी थे पाँव

आज उजड़ के रह गया...
आज उजड़ के रह गया वो सपनों का गाँव

हो, सारंगा तेरी याद में नैन हुए बेचैन
मधुर तुम्हारे मिलन बिना दिन कटते, नहीं रैन
हो, सारंगा तेरी याद में...

संग तुम्हारे दो घड़ी बीत गए जो पल
संग तुम्हारे दो घड़ी बीत गए जो पल
पल भर के मेरे नैन में आज हुए ओझल

सुख लेकर दुख दे गईं...
सुख लेकर दुख दे गईं दो अँखियाँ चंचल

हो, सारंगा तेरी याद में नैन हुए बेचैन
मधुर तुम्हारे मिलन बिना दिन कटते, नहीं रैन
हो, सारंगा तेरी याद में...



Credits
Writer(s): Bharat Vyas, Sardar Malik
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