Ab Kahan Jaye Hum

अब कहाँ जाएँ हम ये बता, ऐ ज़मीं?
इस जहाँ में तो कोई हमारा नहीं
इस जहाँ में तो कोई हमारा नहीं

अपने साए से भी लोग डरने लगे
अब किसी को किसी पर भरोसा नहीं
अब किसी को किसी पर भरोसा नहीं
अब कहाँ जाएँ हम...

हम घर-घर जाते हैं, ये दिल दिखलाते हैं
पर ये दुनिया वाले हम को ठुकराते हैं
हम घर-घर जाते हैं, ये दिल दिखलाते हैं
पर ये दुनिया वाले हम को ठुकराते हैं

रास्ते मिट गएँ, मंज़िलें खो गई
अब किसी को किसी पर भरोसा नहीं
अब कहाँ जाएँ हम...

नफ़रत हैं निगाहों में, वहशत हैं निगाहों में
ये कैसा ज़हर फ़ैला दुनिया की हवाओं में?
नफ़रत हैं निगाहों में, वहशत हैं निगाहों में
ये कैसा ज़हर फ़ैला दुनिया की हवाओं में?

प्यार की बस्तियाँ ख़ाक़ होने लगी
अब किसी को किसी पर भरोसा नहीं
अब कहाँ जाएँ हम...

हर साँस हैं मुश्किल की, हर जान हैं एक मोती
बाज़ार में पर इन की गिनती ही नहीं होती
हर साँस हैं मुश्किल की, हर जान हैं एक मोती
बाज़ार में पर इन की गिनती ही नहीं होती

ज़िंदगी की यहाँ कोई क़ीमत नहीं
अब किसी को किसी पर भरोसा नहीं
अब किसी को किसी पर भरोसा नहीं

अब कहाँ जाएँ हम ये बता, ऐ ज़मीं?
इस जहाँ में तो कोई हमारा नहीं
अब कहाँ जाएँ हम...



Credits
Writer(s): Singh R S Shankar
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