Tum Baithe Ho Lekin

तुम बैठे हो लेकिन जाते देख रहा हूँ
तुम बैठे हो लेकिन जाते देख रहा हूँ
मैं तन्हाई के दिन आते देख रहा हूँ
तुम बैठे हो लेकिन जाते देख रहा हूँ

आने वाले लम्हे से दिल सहमा है
आने वाले लम्हे से दिल सहमा है
तुमको भी डरते-घबराते देख रहा हूँ
तुमको भी डरते-घबराते देख रहा हूँ

तुम बैठे हो लेकिन जाते देख रहा हूँ

कब यादों का ज़ख़्म भरे, कब दाग मिटे
कब यादों का ज़ख़्म भरे, कब दाग मिटे
कितने दिन लगते हैं, भुलाते देख रहा हूँ
कितने दिन लगते हैं, भुलाते देख रहा हूँ

तुम बैठे हो लेकिन जाते देख रहा हूँ

उसकी आँखों में भी काजल फैला है
उसकी आँखों मे भी काजल फैला है
मैं भी मुड़के जाते-जाते देख रहा हूँ
मैं भी मुड़के जाते-जाते देख रहा हूँ

तुम बैठे हो लेकिन जाते देख रहा हूँ

मैं तन्हाई के दिन आते देख रहा हूँ
तुम बैठे हो लेकिन जाते देख रहा हूँ
मैं तन्हाई के दिन आते देख रहा हूँ
तुम बैठे हो लेकिन जाते देख रहा हूँ



Credits
Writer(s): Javed Akhtar, Jagjit Singh
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