Banda Parwar Raat Ke Andhere Men

बंदा परवर

बंदा परवर...
बंदा परवर, हो, रात के अँधेरे में यूँ
चोरी-चोरी चले किधर?
बंदा परवर, होए-होए-होए, रात के अँधेरे में यूँ
चोरी-चोरी चले किधर?
बंदा परवर...

तार आया देखिए आपके ससुराल से
देखिए ना, अभी-अभी आया है
तार आया देखिए आपके ससुराल से
सास कुँवारी आपकी बैठी है ७० साल से

मिले अगर, आ-हा-हा-हा, कोई अच्छा वर, हा-हा
मिले अगर कोई अच्छा वर
बेचारी का आबाद हो घर

बंदा परवर, ओ-हो-हो, रात के अँधेरे में यूँ
चोरी-चोरी चले किधर?
बंदा परवर...

बुरा ना मानो तो मैं पूछूँ
झूठो के सरदार से (ए, ए झूठे)
बुरा ना मानो तो मैं पूछूँ
झूठो के सरदार से
अपना सर क्यूँ फोड़ रहे हो सपनों की दिवार से?

दीवाने हो? (ए) अनजाने हो? (ए-ए)
दीवाने हो? अनजाने हो?
क्या देख रहे हो? आओ इधर

बंदा परवर, हो, रात के अँधेरे में यूँ
चोरी-चोरी चले किधर?
बंदा परवर...

आप छुप कर अगर चले जाते
हाल-ए-दिल हम कभी ना कह पाते
दिल की हर बात दिल में रह जाती
ज़िंदगी आँसुओं में बह जाती

आप छुपकर अगर चले जाते
हाल-ए-दिल हम कभी ना कह पाते
दिल की हर बात दिल में रह जाती
ज़िंदगी आँसुओं में बह जाती

फिर ख़्वाबों का, अरमानों का
फिर ख़्वाबों का, अरमानों का
आबाद कभी ना होता घर

बंदा परवर, हो, रात के अँधेरे में यूँ
चोरी-चोरी चले किधर?
बंदा परवर, हो, रात के अँधेरे में यूँ
चोरी-चोरी चले किधर?
बंदा परवर...



Credits
Writer(s): Rajinder Krishan, Madan Mohan
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