Soona Man Ka Aangan

सूना, सूना मन का आंगन
ढूंढे पायल की वो छन छन
सूनी, सूनी मन की सरगम
ढूंढे गीत तेरे हमदम
मन में शाम हो या सवेरा
लागा तेरी ही यादों का डेरा
तुने बंधन क्यों ये तोड़ा
तुने काहे को मुँह मोड़ा
कहो ना, कहो ना, कहो ना

फूल फूल भंवरा डोले
मन में गूंजे तेरी याद
बाग़ में पपीहा बोले
पिहू पिहू पियू कहाँ

कैसी काटे सूनी रातें
कहो ना, कहो ना
कैसे भूले बीती बातें
कहो ना, कहो ना
कैसे थामें फिर तेरा दामन
कैसे महके मन का ये आंगन
कैसे भूलें प्रीत तेरी साजन
कैसे बांधे टूटा ये बंधन
मन में शाम हो या सवेरा...
लागा तेरी ही यादों का डेरा
तुने बंधन क्यों ये तोड़ा
तुने काहे को मुँह मोड़ा
कहो ना, कहो ना, कहो ना

फूल फूल भंवरा डोले
मन में गूंजे तेरी याद
बाग़ में पपीहा बोले
पिहू पिहू पियू कहाँ

फूल फूल भंवरा डोले
मन में गूंजे तेरी याद
बाग़ में पपीहा बोले
पिहू पिहू पियू कहाँ

फूल फूल भंवरा डोले
मन में गूंजे तेरी याद
बाग़ में पपीहा बोले
पिहू पिहू पियू कहाँ
कहो ना



Credits
Writer(s): 0, Shantanu Moitra
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