Main Tulsi Tere Aangan Ki (From "Main Tulsi Tere Aangan Ki")

मैं तुलसी तेरे आँगन की

मैं तुलसी तेरे आँगन की
कोई नहीं मैं, कोई नहीं मैं
कोई नहीं मैं तेरे साजन की

मैं तुलसी तेरे आँगन की
कोई नहीं मैं, कोई नहीं मैं
कोई नहीं मैं तेरे साजन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी...

द्वार पड़े-पड़े तरस गई
आज उमड़ कर बरस गई
द्वार पड़े-पड़े तरस गई
आज उमड़ कर बरस गई

प्यासी बदली सावन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी...

माँग तेरी, सिंदूर भी तेरा
सब कुछ तेरा, कुछ नहीं मेरा
माँग तेरी, सिंदूर भी तेरा
सब कुछ तेरा, कुछ नहीं मेरा

मोहे सौगंध तेरे अँसुवन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी...

काहे को तू मुझसे जलती है?
काहे को तू मुझसे जलती है?
ए री, मोहे तो तू लगती है

कोई सहेली बचपन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
कोई नहीं मैं, कोई नहीं मैं
कोई नहीं मैं तेरे साजन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की

मैं तुलसी तेरे आँगन की



Credits
Writer(s): Anand Bakshi, Laxmikant Pyarelai
Lyrics powered by www.musixmatch.com

Link