Aaja Ki Intezar Mein

आजा के इंतज़ार में जाने को है बहार भी
तेरे बग़ैर ज़िन्दगी...
तेरे बग़ैर ज़िन्दगी दर्द बन के रह गई
आजा के इंतज़ार में जाने को है बहार भी

अरमाँ लिए बैठें है हम, सीने में है तेरा ही ग़म
अरमाँ लिए बैठें है हम, सीने में है तेरा ही ग़म
तेरे दिल से प्यार की वो तड़प किधर गई?

आजा के इंतज़ार में जाने को है बहार भी
तेरे बग़ैर ज़िन्दगी दर्द बन के रह गई
आजा के इंतज़ार में जाने को है बहार भी

दिल की सदा पे, ऐ, सनम बढ़ते गए मेरे क़दम
दिल की सदा पे, ऐ, सनम बढ़ते गए मेरे क़दम
अब तो चाहें जो भी हो दिल तुझे मैं दे चुकी

आजा के इंतज़ार में जाने को है बहार भी
हो, तेरे बग़ैर ज़िन्दगी...
तेरे बग़ैर ज़िन्दगी दर्द बन के रह गई
आजा के इंतज़ार में जाने को है बहार भी



Credits
Writer(s): Shailendra, Jaikshan Shankar
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