Hay Re Kismat Ka Andher

हाय रे, क़िस्मत का अँधेर, हाय रे
बनते देर, बिगड़ते लगे ना देर
हाय रे, क़िस्मत का अँधेर, हाय रे

पल में हँसाए, पल में रुलाए, सोचे ना बिचारे
रे इसके खेल है न्यारे, खेल है न्यारे
इसके खेल है न्यारे, सभी इसके आगे हारे
हाय रे, क़िस्मत का अँधेर, हाय रे

डूब गया सपनों का चंदा, टूट गिरें तारे
रे बिछडे हाथ सहारे, हाथ सहारे
बिछड़े हाथ सहारे, देखो हो गए वादें न्यारे

मन की माला टूट गई है, बिखर गए मोती
रे छीन गई दीप से ज्योति, दीप से ज्योति
छीन गई दीप से ज्योति, तेरी आँख है छुप-छुप रोती

हाय रे, क़िस्मत का अँधेर, हाय रे
बनते देर, बिगड़ते लगे ना देर
हाय रे, क़िस्मत का अँधेर, हाय रे



Credits
Writer(s): Hemant Kumar
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